शमसुद्दीन ने बताया कि, ” पाकिस्तान जाकर मैंने बहुत बड़ी गलती कर दी. अपना देश ही सबसे ज्यादा प्यारा होता है. जो भारतीय पाकिस्तान में रहते हैं, उनके साथ बहुत ही बुरा सलूक होता है. पाकिस्तान में सभी भारतीयों के साथ दुश्मनों के जैसा व्यवहार किया जाता है “. और उन्हें हिन्दुओ के त्योहार तक नहीं मानने देते आपको बता दें दोस्तों वर्ष 1992 में 90 दिन का वीजा लगवाकर कानपुर के रहने वाले शमसुद्दीन अपने एक परिचित व्यक्ति के साथ पाकिस्तान गए थे.