इससे पहले, चीन के विदेश मंत्रालय ने लद्दाख की पेंगोंग त्सो झील के किनारे हुई झड़प पर अपना बयान जारी कर कहा था, ‘चीनी सैनिकों ने हमेशा वास्तविक नियंत्रण रेखा का कड़ाई से पालन किया है और कभी भी रेखा को पार नहीं किया है.
इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में जब चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता शुनयिंग से पूछा गया कि क्या भारतीय सैनिकों की मदद के लिए तिब्बती लोग भी आगे आए थे। इस पर प्रवक्ता आग बबूला हो गईं और संवाददाता से कहा कि इस सवाल का जवाब आपको भारत से पूछना चाहिए। उन्होंने कहा कि चीन को इस बात की स्पष्ट जानकारी है कि तिब्बती लोगों और अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआईए के बीच लंबे समय से संबंध रहे हैं। प्रवक्ता ने कहा कि चीन भारत के साथ-साथ उन सभी देशों का विरोध करता है, जो तिब्बती लोगों को अपने देश में शरण देते हैं।