इसी के साथ एक बड़ा सवाल यह भी है की जब खनन करने की इजाजत सरकार की ओर से इस पहाड़ में किसी को भी प्रदान नहीं की गयी है तो फिर पिछले 50 सालो से आख़िरकार यहां से स्टोन माइनिंग क्यों होती रही है? क्योंकि बिना पुलिस, खनिज और वन विभाग के कर्मचारियों की मिलीभगत के तो यहां अवैध खनन के कारोबार का पनपना संभव नहीं था।
अयोध्या में बन रहे राम मंदिर निर्माण के लिए पत्थर काफी समय से जा रहा है। जबकि यहां कि पहाड़ियों में खनन करने के लिए किसी के पास कोई लीज नहीं है। फिर भी अवैध खनन के जरिये पत्थर यहां से निकलता रहा है।