देशभर में पशुओं की टैगिंग शुरु हो चुकी है। हर गाय व भैंस के लिए यूनीक आइडेंटिफिकेशन नंबर जारी किया जा रहा है। इसके जरिए पशुपालक घर बैठे अपने पशु के बारे में सॉफ्टवेयर के जरिए जानकारी ले सकेंगे। आधार कार्ड के जरिए टीकाकरण, नस्ल सुधार कार्यक्रम, चिकित्सा सहायता सहित अन्य काम आसानी से हो पाएंगे