प्रशासन का कहना है कि इस उपाय से महामारी के दौरान लोगों को सुरक्षित रखने में बड़ी मदद मिली। अब बिना मस्क कोई भी बाहर निकलता है तो उस पर कार्रवाई करना आसान हो जायेगा है। हालांकि, बड़े स्तर पर इस सर्विलांस की आलोचना भी हो रही है। एक नागरिक सिर्फ घर पहुंचते-पहुंचते ही 50 कैमरों में कैद हो चुका हो जाता है।